उत्तर प्रदेश का इतिहास, राजधानी उत्तर प्रदेश, Uttar Pradesh History In Hindi, उत्तर प्रदेश का इतिहास हिंदी मे
up history in Hindi: हर एक भारतीय अपने आप में एक अलग पहचान रखता है, चाहे वह भाषा, संस्कृति, खाद्य विभिन्नताओं या परंपराओं में हो। उत्तर प्रदेश देश का सबसे जनसंख्या वाला राज्य है, जो क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। वैदिक काल में, उत्तर प्रदेश ब्रह्मर्षि देश के रूप में जाना जाता था जहां महाभारत और रामायण जैसी महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक रचनाएं उत्पन्न हुईं।
उत्तर प्रदेश का इतिहास | Uttar Pradesh History in Hindi (Overview)
आर्टिकल का नाम | up history in Hindi |
राजधानी | लखनऊ |
सबसे बड़ा शहर | लखनऊ |
राज्यपाल | आनंदीबेन पटेल |
क्षेत्रफल कुल | 240928 किमी2 (93,023 वर्गमील) |
मुख्यमंत्री | योगी आदित्यनाथ (BJP) |
वेबसाइट | up.gov.in |
उत्तर प्रदेश का इतिहास
उत्तर प्रदेश का भारतीय एवं हिंदू धर्म के इतिहास में अहम योगदान रहा है उत्तर प्रदेश आधुनिक भारत का इतिहास और राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है और यहां के निवासियों ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभाई उत्तर प्रदेश का इतिहास भारत के व्यापक इतिहास से जुड़ा हुआ है। यह 4000 वर्ष पुराना माना जाता है |
पूर्व में उत्तर प्रदेश का क्षेत्र आर्यों का दासों के कब्जे में था ।और उनका मुख्य व्यवसाय कृषि था विजय प्राप्त कर आर्यों ने आस पास के क्षेत्रों में कब्जा कर लिया भारत राज्य महाभारत का युद्ध केंद्र था देश में हर राज्य की अपने खुद की एक पहचान होती है जो कि इनमें से कुछ राज्य बहुत बड़े और कुछ राज्य बहुत ही छोटे होते हैं हर राज्य की अलग अलग पहचान होती है उसी तरह उत्तर प्रदेश की अपने अलग ही पहचान है यह राज्य बहुत ही बड़ा तथा क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो इस राज्य का देश में चौथा नंबर आता है |
इस राज्य की पूरी जानकारी इस का गौरवशाली इतिहास है इसके खास त्यौहारें इन सब बातों को जानकारी दें उत्तर प्रदेश एक बहुत ही विशेष राज्य है और इस राज्य को इंद्रधनुष जमीन भी कहा जाता है इस राज्य में संस्कृत विविधा दिखाई देती है गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियां भी इसी राज्य में बहती हैं उत्तर प्रदेश के पूर्व में बिहार दक्षिण के मध्य प्रदेश , पश्चिम में राजस्थान, दिल्ली हिमाचल प्रदेश और हरियाणा , उत्तर में उत्तरांचल स्थित है उत्तर प्रदेश के उत्तरी सीमा में नेपाल की सीमा भी लगती है उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल 2,36,286 वर्ग किमी हैं। हिमाचल प्रदेश उत्तरी राज्य है जो किसी स्वर्ग से कम नहीं प्रदेश में सर्वोच्च पर्वतशिखर तो नहीं , लेकिन पर्वतारोहण यहां बहुत सी जगह है इस राज्य के नाम का अर्थ “बर्फ के निवास ” से है। हिमाचल प्रदेश का इतिहास सिंधु घाटी सभ्यता के समय हुआ ।
1950 में जिस तरह से उत्तर प्रदेश का निर्माण किया गया ठीक उसी तरह का उत्तर प्रदेश उस समय के अंग्रेजों ने बनवाया था जबकि 1880 के दौरान भारतीय राष्ट्रवाद की शुरुआत होने लगी थी तो उस वक्त स्वतंत्रता आंदोलन में संयुक्त प्रांत का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान हुआ था मोतीलाल , पंडित मदन मोहन मालवीय, मोतीलाल के बेटे, जवाहरलाल नेहरू और पुरुषोत्तम दास टंडन जैसे राष्ट्रीय नेता इसे संयुक्त प्रांत से थे महात्मा गांधी ने जो सन 1920 – 22 में असहकार अन्दोलन शुरू किया था जिसकी वजह से अंग्रेजों की हुकूमत को बहुत बड़ा नुकसान हुआ था लेकिन संयुक्त प्रांत के चौरी चौरा गांव में एक जगह पर हिंसा हुई थी जिसकी वजह से महात्मा गांधी को इस आंदोलन को बीच में ही रोकना पड़ा।
प्रसिद्ध इमारते
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ मे कई सुंदर स्मारक हैं। इस शहर में आज समय के दौरान अंग्रेजों के रहने के
क्वार्टर के अवशेष देखने को मिलते थे ताजमहल आगरा का किला और फतेहपुर विश्व धरोहर की तीन जगह है वाराणसी शहर यहां के घाट के लिए काफी प्रसिद्ध है पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सन 1972 में पर्यटन निदेशालय की स्थापना हुई थी और इस संस्था के डायरेक्टर जनरल के पद पर आईएस स्थल के पद पर आईएस स्तर का अधिकार जिम्मेदारी संभालता है। व्यवसायिक पर्यटन का कामकाज संभालने के लिए सन 1974 में उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम की स्थापना हुई थी इस राज्य की पृष्ठभूमि बहुत ही गहरी और लंबी है |
लंबे समय से यहां पर कई तरह के लोग आए और चले गए लेकिन जाते जाते उन्होंने अपने उन्होंने अपनी संस्कृति, वास्तुकला इस राज्य को विरासत में दे दि इसलिए यहां पर कई तरह के मंदिर, ऐतिहासिक स्मारक बिहार नजर आते हैं मुस्लिम लोग भी संयुक्त प्रांत में रहकर अपने काम किया करते थे अंग्रेजों के समय में संयुक्त प्रांत मे कैनाल रेलवे और अन्य तरह के यातायात विकास किया गया अंग्रेजों ने शिक्षा पर ज्यादा जोर देते हुए नए कॉलेज और यूनिवर्सिटी की स्थापना की ।करीब 600 सालों तक उत्तर प्रदेश में केवल मुस्लिम वंश के लोगों का ही शासन रहा और उत्तर प्रदेश दिल्ली के नजदीक होने के कारण दिल्ली सल्तनत मे भी कुछ लोग उत्तर प्रदेश के ही थे |
1526 में बाबर ने दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली में मुस्लिम वंश के शासक की स्थापना की जिसके कारण दिल्ली और उत्तर प्रदेश में 2 सालों से अधिक समय तक मुगलों ने शासन किया उन्होंने इस क्षेत्र में इसकी सभ्यता की नींव रखी आ गया आर्यों के निवास के दिनों के दौरान ही इस क्षेत्र में महाभारत , रामायण , ब्रह्मांड और पुराणों के महाकाव्य की रचना की थी पहले शताब्दी के मध्य में ऐसा समय था जब उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध के आगमन और बौद्ध धर्म के प्रसार को देखा भगवान बुद्ध ने उत्तर प्रदेश के सारनाथ मे धामेक स्तूप मेंअपना पहला उपदेश मगध शासक के अधीन दिया था। चौखंडी स्तूपयहां उचित स्थान को चिन्हित करता है |
जहां भगवान बुद्ध ने शिष्य से मिले थे कुरु में अलावा , पंचाल , वत्स और विदेह आदि राज्य के क्षेत्र का गठन किया क्षेत्रों मध्य देश के नाम से जाना जाता है अशोक की भूमि के दौरान कई लोग कल्याणकारी कार्य किए गए थे मगध साम्राज्य के शासन के दौरान बौद्ध धर्म और जैन धर्म क्षेत्र में विकसित हुए थे यह प्रशासनिक और आर्थिक उन्नति का दौर थाबाद में सात्त को निंदा और फिर मौर्य में कर दिया हालांकि शहर हर्षवर्धन के शासनकाल के दौरान अपने गौरव के शिखर तक पहुंच गयाउत्तर प्रदेश की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर मुस्लिम शासक के आगमन से काफी प्रभाव पड़ा था वह कल राजपूतों की अधीनता का गवाह था जिसकी सत्ता राजस्थान के कुछ हिस्सों पर सीमित थी |
उस प्रदेश मुगल शासन के दौरान और विशेष रूप से सम्राट अकबर के शासन के दौरान समृद्धि के चरम पर पहुंच गया था समय के साथ उत्तर प्रदेश मुगल शासन की उत्तर प्रदेश मुगल शासन के पतन शीलता और अंग्रेजों के आगमन का गवाह बना ।मुगल प्रभाव दोआब क्षेत्र तक ही सीमित रहा ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी अवध के तीसरे नवाब के शासन काल के दौरान अवध शासकों में कोई संदेह नहीं किया ।कि उत्तर प्रदेश का इतिहास ब्रिटिश शासन के दौरान और उसके बाद देश के इतिहास के साथ समवर्ती रूप से चला लेकिन यह भी सर्वविदित की राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन में राज्य के लोगों का योगदान महत्वपूर्ण था राम के शासन से लेकर अंग्रेजों के शासन तक उत्तर प्रदेश में सब कुछ देखागुरु की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का देश में चौथा स्थान है।इस राज्य की विशेषता यह भी है कि इसका क्षेत्र फल फ्रांस से आधाहै पुर्तगाल से 3गुना बड़ा है आयर लैंड से 4 गुना बड़ा है स्विट्जर लैंड से 7 गुना और इंग्लैंड से भी बड़ा है।
समृद्धि और बड़े-बड़े मैदान घने जंगल ,उपजाऊ, मिट्टी इस राज्य की विशेषता है कई सारे पवित्र तीर्थ स्थल भव्य त्यौहार इस राज्य में मनाए जाते हैं भारत की राजनीतिक शिक्षा कला एवं संस्कृति उद्योग और कृषि में इस राज्य का अहम योगदानहै18वीं सदी और 19वीं सदी के मध्यके 75 साल के समय में ईस्ट इंडिया कंपनी ने उत्तर प्रदेश का पूरा हिस्सा कब्जे में कर लिया था शुरुआत में लोग इस ग्रंथ को आगरा प्रेसीडेंसीकहते थे ईस्ट इंडिया कंपनी ने सन (1856) में और को अपने कब्जे में कर लिया था। सन (1877 ) में उत्तर पश्चिमी प्रांत का हिस्सा बना दिया गया महान मौर्य सम्राट चंद्रगुप्त शासन काल ईसा पूर्व (321 – 297) सम्राट अशोक ईसा पूर्व तीसरी सदी समुद्र गुप्त चौथी सदी और चंद्रगुप्त 2 शासन शासनकाल (380 से 415) इन सभी राजा महाराजा ने उत्तर प्रदेश में ही शासन किया था |
हर्ष जैसे महान और प्रसिद्ध शासन शासन काल (606 – 647) जिसने भी इस राज्य में एक समय में शासन किया ।राजा हर्ष अपनी राजधानी का कान्य कुब्ज से पूरे उत्तर प्रदेश पर नियंत्रण करने का काम करते रहे उनका राज्य आज के बिहार मध्य प्रदेश पंजाब और राजस्थान में भी स्थित है ईसा पूर्व छठी सदी के दौरान वैदिक धर्म पूरी तरह से ब्राह्मण लोगों का हो चुका था। जिसकी वजह से इस पूर्व दूसरी सदी तक में जिसका रोग पूरी तरह से हिंदू धर्म में परिवर्तित हुआ लेकिन 647 के करीब हर्ष राजा की मृत्यु होने के बाद में बौद्ध धर्म का पतन होना शुरु हो गया था और उसके साथ ही दूसरी तरफ हिंदू धर्म का विकास बड़ी तीव्रता से होने लगालेकिन 12 वीं सदी में जब मुजल्दीन मुहम्मद इब्न सैम (मुहम्मद घुरी) ने उत्तर प्रदेश के गहडवालो को हराया तो उसके बाद मुस्लिमों का शासन शुरू हो गया था |
यह जगहनाम से जानी जाती है शुरुआत में बौद्ध ब्राम्हण और हिंदू संस्कृति का विकास साथ ही हो रहा था ईसा पूर्व तीसरी सदी में सम्राट अशोक के समय में मूर्ति और वस्तु कला का काफी विकास हुआ था गुप्त वंशचौथी से छठी सदी शासन काल (चौथी से छठी )सदी शासनकाल में हिंदू कला और संस्कृति का काफी विकास हुआ।इसी समय के दौरान यानी ईसा पूर्व और (छठी और चौथी) सदी के दौरान गौतम बुद्ध ने भी वाराणसी के सारनाथ में पहली बार धर्मो प्रदेश किया था उन्होंने जिस बौद्ध धर्म की स्थापना की थी वह केवल भारत तक ही सीमित नहीं रही बल्कि चीन और जापान जैसे देशों में भी इस धर्म के लोग बड़ी संख्या में है।बौद्ध ने जिस जगह पर पर निर्माणलिया था वह कुशीनगर भी उत्तर प्रदेश में स्थिति थी।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थल – (Uttar Pradesh Tourism)
देश में सबसे ज्यादा पर्यटन इसी राज्य में होता हैक्योंकि सभी राज्य के लोग इसे उत्तर प्रदेश में भेंट देने के लिए जाते हैं। यहां पर कई तरह के त्यौहार मनाए जाते हैं कई स्मारक मंदिर बिहार और साथ ही इस राज्य के संस्कृत भी बहुत समृद्धि है सारनाथ और कुशीनगर जैसे महत्वपूर्ण शहर गोरखपुर और वाराणसीसे काफी नजदीक है गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति होने के बाद पहला प्रवचन उन्होंने सारनाथ में दीया था। और उन्होंने कुशीनगर में समाधि ली थी इसीलिए बुद्ध धर्म लोग के लिए दोनों से हरे काफी महत्वपूर्ण होती है सारनाथ में अशोक स्तंभ भी सम्राट अशोक का महत्वपूर्ण शहर माना जाता था। वाराणसी से केवल 80 किलोमीटर की दूरी पर गाजीपुर शहर है ।
यह शहर इसके घाटी के लिए काफी प्रसिद्ध है साथ ही बंगाल के गवर्नर लॉर्ड कार्नवालिस की कब्र भी है इस कमरे की देखभाल करने का काम भारतीय पुरातत्व विभाग संभलता है ईटाह शहर का पटना पक्षी अभ्यारण भी इसी शहर में स्थित है ।गंगा नदी के किनारे पर अहमदाबाद में “माघ” मेला त्यौहार बड़े आनंद से मनाया जाता है। यह त्यौहार 12 साल में एक बार ही मनाया जाता है। और इस त्यौहार को कुंभ मेला भी कहते हैं।
इस त्यौहार के दौरान एक करोड़ से भी ज्यादा हिंदू तीर्थयात्री आते थे ।बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी ,छत्रपति साहू जी महाराज यूनिवर्सिटी कानपुर ,डॉक्टर भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी ,आगरा अलीगढ़ ,मुस्लिम यूनिवर्सिटी ,स्वामी विवेकानंद यूनिवर्सिटी ,मिरत बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी ,भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान वाराणसी तीर्थंकर ,महावीर यूनिवर्सिटी मुरादाबाद ,मदन मोहन मालवीय तकनीकी यूनिवर्सिटी गोरखपुर आदि।
उत्तर प्रदेश राज्य के जिले -: (districts of Uttar Pradesh)
उत्तर प्रदेश प्रशासनिक और जनसंख्या की दृष्टि से देश का बहुत बड़ा राज्य है। जिसका विस्तार कुछ 75 जिलों में किया गया है। यह देश के कुल जनसंख्या में आगरा क्रम पर उत्तर प्रदेश राज्य की जनसंख्या होने से इस राज्य के विस्तार को हम यहां उपलब्ध जिलों के माध्यम से समझने वाले हैं।
उत्तर प्रदेश राज्य के जिले (Uttar Pradesh District List)
राज्य | राज्य |
अलीगढ़ (Aligarh) | अयोध्या ( Ayodhya ) पूर्व नाम – फैज़ाबाद |
आगरा (Aagra) | अंबेडकर नगर (Ambedkar Nagar) |
आजमगढ़ (Azamgarh) | अमेठी (Amethi) |
अमरोहा (Amroha) | औरैया (Auraiya) |
बिजनौर (Bijnor) | बलिया (Ballia) |
बलरामपुर (Balrampur) | भदोही (Bhadohi) पूर्व नाम – संत रविदास नगर |
बदायूं (Budaun) | बाराबंकी (Barabanki) |
बस्ती (Basti) | बरेली (Bareilly) |
बहराइच (Bahraich) | बागपत (Bagpat) |
बुलंदशहर (Bulandshahar) | बांदा (Banda) |
चित्रकूट (Chitrakoot) | चंदौली (Chandauli) |
देवरिया (Deoria) | इटावा (Etawah) |
एटा (Etah) | फर्रुखाबाद (Farrukhabad) |
फतेहपुर (Fatehpur) | फिरोजाबाद (Firozabad) |
गाजियाबाद (Ghaziabad) | गोरखपुर (Gorakhpur) |
गौतम बुद्ध नगर (Gautam buddha nagar) | गोंडा (Gonda) |
गाजीपुर (Ghazipur) | हाथरस (Hathras) |
हमीरपुर (Hamirpur) | हरदोई (Hardoi) |
हापुड़ (Hapur) | जौनपुर (Jaunpur) |
जालौन (Jalaun) | झांसी (Jhansi) |
कानपुर देहात (Kanpur dehat) | कुशीनगर (Kushinagar) |
कानपूर नगर (Kanpur nagar) | कन्नौज (Kannauj) |
कौशांबी (Kaushambi) | कासगंज (Kasganj) |
लखीमपुर खेरी (Lakhimpur kheri) | लखनऊ (lucknow) |
ललितपुर (Lalitpur) | मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) |
महोबा (Mahoba) | मिर्जापुर (Mirzapur) |
मुरादाबाद (Moradabad) | मेरठ (Meerut) |
मऊ (Mau) | महाराजगंज (Maharajganj) |
मथुरा (Mathura) | मैनपुरी (Mainpuri) |
प्रयागराज (Prayagraj) पूर्व नाम – इलाहाबाद | पीलीभीत (Pilibhit) |
प्रतापगढ़ (Pratapgarh) | रायबरेली (Raebareli) |
रामपुर (Rampur) | सोनभद्र (Sonbhadra) |
शामली (Shamli) | सहारनपुर (Saharanpur) |
सम्भल (Sambhal) | सुल्तानपुर (Sultanpur) |
सीतापुर (Sitapur) | संत कबीर नगर (Sant kabir nagar) |
सिद्धार्थ नगर ( Siddharth nagar) | शाहजहाँपुर (Shahjahanpur) |
श्रावस्ती (Shravasti) | उन्नाव (Unnao) |
वाराणसी (Varanasi) |
FAQs: up history in Hindi
उत्तर दिशा में स्थित है |
सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है |
समय सन 1902 में नार्थ वेस्ट प्रोविन्स का नाम बदल कर यूनाइटेड प्रोविन्स ऑफ आगरा एण्ड अवध कर दिया गया। लेकिन शोर्ट भाषा में इसे यूपी कहा गया। सन् 1920 में प्रदेश की राजधानी को प्रयागराज से लखनऊ कर दिया गया था।
यूपी में कितने जिले हैं?
उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं।