नमस्कार दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको भारत की राजधानी बताएंगे और भारत के कुछ मुख्य खबरों के बारे में बताएंगे भारत एक ऐसा देश है जिसे सोने की चिड़िया भी कहा जाता था और यह इतिहास के पन्नों में दर्ज है भारत में बड़े-बड़े तीर्थ स्थल हैं और पर्वत पहाड़ हैं बहुत बहुत सारे स्थल हैं जहां यात्री लोग हो आराम से घूम सकते हैं तो आइए दोस्तों हम आपको भारत के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां देते हैं।
भारत की राजधानी का इतिहास
- पहले भारत की राजधानी का नाम पाटलिपुत्र था
- जिसे आजकल पटना के नाम से जाना जाता है.
- इसके बाद अंग्रेजों ने कलकत्ता को भारत की राजधानी बनाया.
- इसके बाद 12 दिसम्बर 1911 में किंग जॉर्ज नामक अंग्रेजी अफसर ने दिल्ली को भारत की राजधानी बनाया
- दिल्ली के इतिहास की बात करे तो दिल्ली का इतिहास बहुत पुराना है.
- दिल्ली का सम्बन्ध महाभारत काल से है.
- महाभारत के समय में दिल्ली का नाम इन्द्रप्रस्थ हुआ करता था.
- महाभारत के अनुसार दिल्ली (इन्द्रप्रस्थ) की स्थापना पांडवो ने 1450 ईसा पूर्व में की थी.
पर्यटन स्थल
- लाल किला
- इंडिया गेट
- हुमायुं का मकबरा
- लक्ष्मी-नारायण मन्दिर
- चिड़ियाघर
- पुराना किला
- सफदरजंग मकबरा
- कनॉट प्लेस
- लोदी गार्डेन
- कैथिडरल गिरजाघर
- प्रगति मैदान
- अक्षरधाम मंदिर
- गुरुद्वारा बंगला साहिब
- कुतुब मिनार
- चाँदनी चौक
- राष्ट्रपति भवन
- जामा मस्जिद
- राजघाट
- संसद भवन
- जन्तर-मन्तर
रोचक तथ्य
- भारत की सबसे बड़ी मस्जिद दिल्ली में स्थित है
- दिल्ली को केंद्र और राज्य दोनों सरकार मिल कर चलाती है.
- केंद्रीय सरकार का मुख्य ऑफिस दिल्ली में ही स्थित है.
- दिल्ली विश्व के सबसे पुराने शहरो में से एक है.
- दिल्ली पर्यटन की दृष्टि से बहुत संपन्न है.
- दिल्ली में बहुत सारे विश्व स्तर के कॉलेज और यूनिवर्सिटी है.
- शिक्षा की दृष्टि से दिल्ली बहुत आगे है.
नई दिल्ली से पहले भारत की राजधानी क्या हुआ करती थी?-
नई दिल्ली से पूर्व भारत देश की राजधानी कोलकाता थी। कोलकाता अब पश्चिम बंगाल राज्य का राजधानी है। भारत का राजधानी पहले कभी पटना भी हुआ करती थी।
राजधानी
- भारत की राजधानी दिल्ली को बनाने का निर्णय 11 दिसंबर 1911 को जॉर्ज पंचम ने लिया था। और 13 फरवरी 1931 को भारत की राजधानी दिल्ली के तौर पर कार्य करना शुरू किया था।
कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी क्यों बनाया गया
- कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने के कई कारण है
- जिमसे से एक दिल्ली का स्थान था। दिल्ली भारत के उत्तरी भाग में स्थित हैं
- और कोलकाता देश के पूर्वी तटीय भाग में स्थित था।
- ब्रिटिश सरकार को दिल्ली पर शासन करना कोलकाता के मुकाबले ज्यादा आसान और सुविधाजनक था।
- और भी सुविधाओं को देखते हुए ब्रिटिश सरकार ने कोलकाता से दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने का निर्णय लिया
- फिर 12 दिसंबर 1911 को दिल्ली दरबार के दौरान, भारत के तत्कालीन शासक
- जॉर्ज पंचम और क्वीन मैरी ने एक घोषणा पत्र जारी किया जिसमे लिखा था
- कि कोलकाता को हटाकर दिल्ली को भारत की राजधानी भारत की राजधानी बनाया जाएगा।
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